तस्वीर

जब दो सगे वक़्त के अंतराल पे मिलते है । अंजनो जैसे  \"कैसे हो तुम?\" से शुरु हुईं बात का मकसद और अंत पता  नही होता । पता होता तो सिर्फ कई यादों को दुहराए जाना। मानो किसी दराज़ से पुराने किसी एल्बम को निकालना । एल्बम से निकली सभी तस्वीरे एक सी नही होती।कुछ होती… Continue reading तस्वीर