अधूरी नींद हो या अधूरी बाते पूरी होने की जरूरत न हो। फिर भी इस अधूरेपन की चोट गहरी होती। अधूरी नींद से अधूरी बाते और अधूरी बातो से जन्म ली अधूरी नींद।
इस अधूरेपन से जन्में अफसोस में वो ताकत आ जाती जो अस्तित्व को अस्थिर कर देती।
तुम्हारी बाते भी वैसी ही है, अधूरी जैसे मेरी कहानी।
कोशिश बहुत की मैंनें भी। ये अधुरापन पूरा हो जाये इसीलिए हर कोशिश में तुम्हारे बदले मैंने बातें पूरी की। फिर खुद के सवालों के खुद ही जवाब दिए।
फिर भी बात पूरी न हो सकी जैसे किसी और का होना तुम्हारी कहानी पूरी नही कर सकता।